स्थानीय सामग्री और उत्पादन प्रथाएँ: भारतीय बनाम वैश्विक ब्रांड रणनीतियाँ

स्थानीय सामग्री और उत्पादन प्रथाएँ: भारतीय बनाम वैश्विक ब्रांड रणनीतियाँ

1. स्थानीय सामग्री और उनकी महत्ताभारतीय व्यंजनों की विविधता और गहराई में स्थानीय सामग्री की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। भारत के हर क्षेत्र की अपनी विशिष्ट जलवायु, मिट्टी और…
बच्चों के लिए घर में नैचुरल इंग्रीडिएंट्स से हेल्दी बेवरेजेस कैसे बनाएं

बच्चों के लिए घर में नैचुरल इंग्रीडिएंट्स से हेल्दी बेवरेजेस कैसे बनाएं

परिचय: बच्चों के लिए हेल्दी बेवरेजेस का महत्त्वहमारे देश भारत में, हर घर की रसोई एक छोटी सी प्रयोगशाला जैसी होती है जहाँ माएँ अपने बच्चों के लिए स्वादिष्ट और…
सन १९४२ के बाद भारत में कॉफी नीति और सरकारी हस्तक्षेप

सन १९४२ के बाद भारत में कॉफी नीति और सरकारी हस्तक्षेप

1. देश की स्वतंत्रता और कॉफी नीति का स्वरूपसन १९४७ में भारत को जब आज़ादी मिली, तब देश के कई क्षेत्रों में बड़े बदलाव शुरू हो गए। इसी दौर में…
कॉफी और भारतीय त्योहार: स्टार्टअप्स के लिए विपणन अवसर

कॉफी और भारतीय त्योहार: स्टार्टअप्स के लिए विपणन अवसर

भारतीय त्योहारों की विविधता और सांस्कृतिक विरासतभारत को अगर त्यौहारों की धरती कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। यहां हर मौसम, हर क्षेत्र और हर समाज के अपने खास…
भारतीय त्योहारों के दौरान बच्चों के लिए कॉफी मुक्त स्पेशल ड्रिंक रेसिपी

भारतीय त्योहारों के दौरान बच्चों के लिए कॉफी मुक्त स्पेशल ड्रिंक रेसिपी

1. भारतीय त्योहारों की खुशबू और बच्चों के लिए खास पेयभारतीय त्योहारों का माहौल हर घर में रंग, रोशनी और मिठास से भर जाता है। इन खास दिनों में, जब…
ब्रांड आईडेंटिटी निर्माण में भारतीय कैफ़े का माहौल

ब्रांड आईडेंटिटी निर्माण में भारतीय कैफ़े का माहौल

1. भारतीय कैफ़े के माहौल का संक्षिप्त परिचयजब हम भारत में कैफ़े की बात करते हैं, तो हमारे ज़हन में केवल कॉफी या चाय पीने की जगह नहीं आती, बल्कि…
गर्भावस्था में चॉकलेट, कोल्ड ड्रिंक और कॉफी: समग्र कैफीन गणना

गर्भावस्था में चॉकलेट, कोल्ड ड्रिंक और कॉफी: समग्र कैफीन गणना

1. गर्भावस्था और कैफीन : संस्कृति के रंगों मेंभारत में गर्भावस्था को जीवन का एक पवित्र और उल्लासपूर्ण समय माना जाता है। इस दौरान परिवार और समाज की महिलाएँ अपने…
पूर्वजों की पारंपरिक खाद विधियों को फिर अपनाना: भारतीय संस्कृति में पुनरुत्थान

पूर्वजों की पारंपरिक खाद विधियों को फिर अपनाना: भारतीय संस्कृति में पुनरुत्थान

पारंपरिक खाद विधियों का ऐतिहासिक महत्वभारतीय समाज में पूर्वजों द्वारा अपनाई गई खाद विधियों की विरासतभारत एक कृषि प्रधान देश है, जहाँ की मिट्टी और मौसम की विविधता ने अनगिनत…
को-वर्किंग कैफ़े: भारत में ऑफिस, कैफ़े और कम्युनिटी का मेल

को-वर्किंग कैफ़े: भारत में ऑफिस, कैफ़े और कम्युनिटी का मेल

1. भारत में को-वर्किंग कैफ़े का उदयअगर आप आजकल किसी बड़े भारतीय शहर की गलियों से गुजरें, तो आपको चमकदार बोर्ड्स और रंगीन इंटीरियर्स वाले “को-वर्किंग कैफ़े” हर मोहल्ले में…
रीजनल जियोग्राफिक इंडिकेशन (GI) और कॉफी ब्रांडिंग: भारत के कॉफी क्षेत्र

रीजनल जियोग्राफिक इंडिकेशन (GI) और कॉफी ब्रांडिंग: भारत के कॉफी क्षेत्र

1. भारत की कॉफी परंपरा और GI टैग का महत्वभारत में कॉफी की शुरुआत 17वीं सदी में हुई, जब बाबा बुदन ने यमन से चुपके से कुछ बीज लाकर कर्नाटक…