दक्षिण भारतियन ‘तम्ब्रा’ और ‘डरना’ में सर्विंग संस्कार

दक्षिण भारतियन ‘तम्ब्रा’ और ‘डरना’ में सर्विंग संस्कार

1. दक्षिण भारतियन तम्ब्रा और डरना: सांस्कृतिक भूमिकादक्षिण भारत की सांस्कृतिक विविधता में तम्ब्रा (तांबे का गिलास) और डरना (कांसे या पीतल की प्लेट) का विशेष स्थान है। ये बर्तन…
पहाड़ों की चर्चित फिल्टर कॉफी: पूर्वोत्तर भारत के पारंपरिक उपकरण और तरीके

पहाड़ों की चर्चित फिल्टर कॉफी: पूर्वोत्तर भारत के पारंपरिक उपकरण और तरीके

1. पहाड़ों की फिल्टर कॉफी का ऐतिहासिक महत्वपूर्वोत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में फिल्टर कॉफी का इतिहास सदियों पुराना है। यह पेय केवल स्वाद या सुबह की ताजगी का साधन…
बदलते युग में पारंपरिक और आधुनिक ब्रूइंग उपकरणों का सहअस्तित्व

बदलते युग में पारंपरिक और आधुनिक ब्रूइंग उपकरणों का सहअस्तित्व

1. पारंपरिक ब्रूइंग उपकरणों की विरासतभारत में चाय और कॉफी का सेवन न केवल एक आदत है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक विरासत का अभिन्न हिस्सा भी है। बदलते युग में…
ईब्रिक (Turkish Brass या Copper Coffee Pot): भारत में इस्तमाल और अनुकूलन

ईब्रिक (Turkish Brass या Copper Coffee Pot): भारत में इस्तमाल और अनुकूलन

ईब्रिक का इतिहास और वैश्विक यात्राकिसी भी कॉफी प्रेमी के लिए ईब्रिक (या तुर्की ब्रास/कॉपर कॉफी पॉट) सिर्फ एक बर्तन नहीं, बल्कि सदियों पुरानी सांस्कृतिक यात्राओं की कहानी है। इसकी…
कुम्हारों द्वारा बनाए गए मिट्टी के बर्तनों का कॉफी ब्रूइंग में उपयोग

कुम्हारों द्वारा बनाए गए मिट्टी के बर्तनों का कॉफी ब्रूइंग में उपयोग

परिचय: भारतीय कुम्हारों की परंपरा और मिट्टी के बर्तनभारत में कुम्हारों की परंपरा अत्यंत प्राचीन और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। मिट्टी के बर्तनों का निर्माण भारतीय ग्राम्य जीवन का…
संपूर्ण स्टेनलेस फिल्टर सेट: शहरी भारत में पारंपरिकता और आधुनिकता का संगम

संपूर्ण स्टेनलेस फिल्टर सेट: शहरी भारत में पारंपरिकता और आधुनिकता का संगम

फ़िल्टर सेट का इतिहास और विरासतभारतीय घरों में स्टेनलेस स्टील फ़िल्टर का प्रयोग दशकों से चला आ रहा है। पारंपरिक भारतीय रसोई में फ़िल्टर सेट न केवल जल शुद्धिकरण के…
खांडसारी सुझाई मिली कॉफी फिल्टर: पारंपरिक मिठास के साथ अद्भुत स्वाद

खांडसारी सुझाई मिली कॉफी फिल्टर: पारंपरिक मिठास के साथ अद्भुत स्वाद

1. खांडसारी (गुड़) शक्कर की परंपराभारत में खांडसारी और गुड़ का इतिहासभारत में मिठास का असली स्वाद पारंपरिक खांडसारी और गुड़ से आता है। सदियों से, भारतीय परिवार अपने भोजन…
लकड़ी के हाथ से चलने वाले ग्राइंडर: पुरानी पीढ़ी के कॉफी पीसने की परंपरा

लकड़ी के हाथ से चलने वाले ग्राइंडर: पुरानी पीढ़ी के कॉफी पीसने की परंपरा

1. लकड़ी के हाथ से चलने वाले ग्राइंडर का ऐतिहासिक महत्वभारत की सांस्कृतिक विरासत में लकड़ी के हाथ से चलने वाले ग्राइंडर, जिसे आमतौर पर "हाथ चक्की" या "लकड़ी का…
डेकोक्शन पॉट: दक्षिण भारत में फिल्टर कॉफी बनाने का पारंपरिक तरीका

डेकोक्शन पॉट: दक्षिण भारत में फिल्टर कॉफी बनाने का पारंपरिक तरीका

डेकोक्शन पॉट क्या है?डेकोक्शन पॉट दक्षिण भारत में कॉफी का फिल्टर करने वाला विशेष बर्तन है, जो पारंपरिक रूप से घरों और कैफे में इस्तेमाल होता है। यह बर्तन खास…
भारतीय पारंपरिक कॉफी ब्रूइंग उपकरणों का परिचय: चूल्हा से लेकर फिल्टर तक

भारतीय पारंपरिक कॉफी ब्रूइंग उपकरणों का परिचय: चूल्हा से लेकर फिल्टर तक

1. भारतीय कॉफी की सांस्कृतिक विरासतभारत में कॉफी का ऐतिहासिक सफरभारत में कॉफी की शुरुआत एक दिलचस्प कहानी से होती है। कहा जाता है कि 17वीं सदी में बाबा बुदन…