कर्नाटक के आदिवासी समुदायों की कॉफी बागान परम्पराएँ

कर्नाटक के आदिवासी समुदायों की कॉफी बागान परम्पराएँ

कर्नाटक के आदिवासी समुदायों का परिचयकर्नाटक राज्य की भौगोलिक विविधता और जैव-सांस्कृतिक समृद्धि में वहाँ के आदिवासी समुदायों का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। सदियों से यहाँ के पर्वतीय इलाकों, विशेष…
तमिलनाडु के नीलगिरि हिल्स की विशिष्ट ‘ब्लू माउंटेन’ कॉफी किस्म

तमिलनाडु के नीलगिरि हिल्स की विशिष्ट ‘ब्लू माउंटेन’ कॉफी किस्म

1. नीलगिरि हिल्स का भौगोलिक महत्वतमिलनाडु के नीलगिरि पहाड़ों की खासियतनीलगिरि हिल्स, जिसे ब्लू माउंटेंस भी कहा जाता है, दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित हैं। ये पहाड़ियाँ अपनी…
केरल के वायनाड जिले में जैविक कॉफी खेती की परंपराएँ

केरल के वायनाड जिले में जैविक कॉफी खेती की परंपराएँ

वायनाड की भौगोलिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमिवायनाड जिला केरल राज्य का एक अद्वितीय पर्वतीय क्षेत्र है, जो पश्चिमी घाट की हरियाली से घिरा हुआ है। यह इलाका अपने ऊँचे-नीचे पहाड़ों, घने…
कर्नाटक के बैंगलोर और चिकमगलूरु के कॉफी बागानों का ऐतिहासिक महत्व

कर्नाटक के बैंगलोर और चिकमगलूरु के कॉफी बागानों का ऐतिहासिक महत्व

1. बैंगलोर और चिकमगलूरु: भारतीय कॉफी का दिलकर्नाटक राज्य के बैंगलोर और चिकमगलूरु क्षेत्रों को भारतीय कॉफी उत्पादन का केंद्र माना जाता है। यहाँ की अनूठी जलवायु, उपजाऊ भूमि, और…