केरल के वायनाड जिले में जैविक कॉफी खेती की परंपराएँ

केरल के वायनाड जिले में जैविक कॉफी खेती की परंपराएँ

वायनाड की भौगोलिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमिवायनाड जिला केरल राज्य का एक अद्वितीय पर्वतीय क्षेत्र है, जो पश्चिमी घाट की हरियाली से घिरा हुआ है। यह इलाका अपने ऊँचे-नीचे पहाड़ों, घने…
कर्नाटक के बैंगलोर और चिकमगलूरु के कॉफी बागानों का ऐतिहासिक महत्व

कर्नाटक के बैंगलोर और चिकमगलूरु के कॉफी बागानों का ऐतिहासिक महत्व

1. बैंगलोर और चिकमगलूरु: भारतीय कॉफी का दिलकर्नाटक राज्य के बैंगलोर और चिकमगलूरु क्षेत्रों को भारतीय कॉफी उत्पादन का केंद्र माना जाता है। यहाँ की अनूठी जलवायु, उपजाऊ भूमि, और…
दक्षिण भारत में अरेबिका और रोबस्टा के विस्तार का इतिहास

दक्षिण भारत में अरेबिका और रोबस्टा के विस्तार का इतिहास

दक्षिण भारत में कॉफी की शुरुआतदक्षिण भारत में कॉफी की उत्पत्तिकॉफी की कहानी दक्षिण भारत में बहुत ही रोचक है। यह पौधा सबसे पहले इथियोपिया में पाया गया था, लेकिन…
अरेबिका बनाम रोबस्टा: भारतीय संदर्भ में तुलना

अरेबिका बनाम रोबस्टा: भारतीय संदर्भ में तुलना

1. अरबिका और रोबस्टा: एक संक्षिप्त परिचयभारत में कॉफी की दुनिया में दो किस्में सबसे ज्यादा चर्चा में रहती हैं – अरेबिका (Arabica) और रोबस्टा (Robusta)। ये दोनों ही कॉफी…
भारत की प्रमुख कॉफी किस्में : एक विस्तृत परिचय

भारत की प्रमुख कॉफी किस्में : एक विस्तृत परिचय

1. भारत में कॉफी का इतिहास और सांस्कृतिक महत्वभारत में कॉफी की यात्रा बेहद रोचक रही है। ऐसा माना जाता है कि 17वीं शताब्दी में बाबा बुदन नामक एक सूफ़ी…